Garuda Purana: जीवन और मृत्यु एक सिक्के के दो पहलू हैं। जिस तरह जन्म लेना निश्चित है, उसी प्रकार मृत्यु भी अटल सत्य है। यदि आपने इस संसार में जन्म लिया है, तो एक न एक दिन आपको इसे छोड़कर जाना ही होगा। यह प्रकृति का नियम है, जिसे कोई भी टाल नहीं सकता।
इन्ही पुराण में से एक Garuda Purana भी है. गुरुड पुराण व्यक्ति के कर्म, मृत्यु के संकेत, आत्मा की यात्रा, मृत्यु के बाद की घटनाओं के बारे में बताता है.
Garuda Purana में मृत्यु से पहले क्या होता है ?
Garuda Purana में मृत्यु से पहले हमारे साथ क्या होता है, इसके बारे में बताया गया है.
मृत्यु के पहले संकेत
गरुड़ पुराण (Garuda Purana) के अनुसार मृत्यु से पहले लोगो के शरीर पर संकेत दिखाई देने लगते है. जिसमे आदमी के शरीर की चमक फीकी पड़ने लगती है. इसके साथ ही आंखों की रोशनी भी कम होनी लगती है. इसके साथ ही अजीबोगरीब सपने भी आने लगते है. इन सपनो में व्यक्ति को अपने पूर्वजों से मिलाप या फिर किसी अज्ञात स्थान का सपना आता है. यह संकेत यह बताते है कि आपकी मृत्यु पास आ गई हैं.
शारीरिक कमजोरी थकान
मृत्यु से पहले व्यक्ति के शरीर में अत्यधिक कमजोरी के साथ ही थकान नजर आने लगती है. इसके साथ ही व्यक्ति को शारीरिक काम करने में कठिनाई होती हैं. Garuda Purana में बताया गया है कि आत्मा के शरीर से धीरे धीरे अलग होने के यह सब संकेत है, जिससे व्यक्ति की जीवन में कुछ ही क्षीण बचे है.
ध्यान स्मृति में कमी
गरुड़ पुराण में बताया गया हैं कि मृत्यु से पहले व्यक्ति का ध्यान बंटने लगता है, जबकि दिमाग कमजोर होने लगता हैं. और वह व्यक्ति अक्सर अपने अतीत के बारे में सोचता रहता हैं. और अपने भविष्य की चिंता को करता रहता है. यह संकेत हमे आत्मा की यात्रा के संकेत होते है. यह संकेत व्यक्ति के मानसिक भावनात्मक को स्थायित्व को प्रभावित करती है.
आत्मा का शरीर से अलग होना
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि, यमदूत व्यक्ति के पास आते हैं उसकी आत्मा को शरीर से बाहर निकालते हैं. इसमे यह भी बताया गया है कि यह प्रक्रिया कर्मों के आधार पर सुखद और दुखद भी होती है.
मृत्यु के क्षण
गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में बताया गया है कि मृत्यु के क्षणों में व्यक्ति के सामने उसका पूरा जीवन सामने अत है. इस समय व्यक्ति को अपने अच्छे बुरे काम याद आते हैं. इस समय व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर ही भविष्य की यात्रा का संकेत मिलता है, की वह स्वर्ग या नर्क में जायेंगा.
यमदूतों का आगमन
गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में बताया गया है कि मृत्यु के बाद व्यक्ति की आत्मा को यमदूत अपने साथ ले जाते है. वह अपने साथ यमलोक की यात्रा को करते है, इस यात्रा के दौरान आत्मा को विभिन्न प्रकार के अनुभव होते हैं जो उसके जीवन के कर्मों पर आधारित होते हैं. इस पूरी प्रक्रिया को ‘विचारधारा’ भी कहते है, जिसमें आदमी की आत्मा का पूरा लेखा जोखा उसके कर्मो के अनुसार पेश किया जाता है.
गरुड़ पुराण (Garuda Purana) में बताया गया है कि मृत्यु एक शारीरिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह एक आत्मा की एक नई यात्रा हैं, गरुड़ पुराण में बताया गया है कि आदमी की मृत्यु से पहले उसके भविष्य की दिशा को पहले तय किया जाता है. इसलिए जीवन में अच्छे कर्म करने धर्म के मार्ग पर चलने का विशेष महत्व दिया गया है, फिर आपकी आत्मा की यात्रा को शांतिपूर्ण किया जाता है.
डिस्क्लेमर – हमने इस लेख के द्वारा गरुड़ पुराण (Garuda Purana) के बारे में कुछ जानकारी को बताया है. यह सब ऑनलाइन जानकारी प्राप्त करके ही हमने आर्टिकल को पेश किया है. इसके लिए हमारी वेबसाइट के द्वारा कोई भी धार्मिक ठेस पहुंचाना नही है.
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